Home#preetsinghsr जब ज़िन्दा थे तो रुलाया बहोत था byAmandeep -September 16, 2021 0 कब्र पे वो रोने आये हैं ... हम से प्यार हैं ये कहने आये हैं ... जब ज़िन्दा थे तो रुलाया बहोत था ... अब आराम से सोये हैं तो जगाने आये हैं ...
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